जब भी whatsapp खोलो,
लगता है whats app नही
हरिद्वार आ गए है...
इतना अथाह ज्ञान बरसता है
कि मन एकदम शुद्ध हो जाता है...
सभी Whatsapp संतो को प्रणाम
:mrgreen::mrgreen:
चंद लाइने पुरे ग्रुप के लीये.....
जिंदगी से हर पल एक मोज मिली,
कभी कभी नहीं हर रोज मिली.
बस एक अच्छा दोस्त मांगता था जिन्दगी से...
पर मुझे तो पूरी विद्वानों की फौज मिली।.
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