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Monday 16 February 2015

Alcohol Chalisa

ऐ दारु तेरे बन्दे हम , ऐसे हो हमारे करम
देसी पर चले , विश्की से हिले
ताकि पीते रहे रेड रम
ऐ दारु तेरे बन्दे हम ............... ........|| 1 ||
ये नशा हैं घना छा रहा
मेरा सर भी चकरा रहा
ले सुट्टे के धुंवे , चढने के लिए
ताकि झूमते रहे सारे हम
ऐ दारु तेरे बन्दे हम ............... ........|| 2 ||
ये टेबल क्यूँ हिल हैं रहा
मेरा दारु हैं कौन पी रहा
ये धरती हिले , हम जमीं पे गिरे
ताकि भूलते रहे सारे गम
ऐ दारु तेरे बन्दे हम ............... .......
देसी पर चले , विश्की से हिले
ताकि पीते रहे रेड रम
ऐ दारु तेरे बन्दे हम ............... ........|| 3 ||
👏'Alcohol chalisa'👏

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