बीवियां …
आती हैं “हीर” की तरह,
लगती हैं “खीर” की तरह,
फिर चुभती हैं “तीर” की तरह,
और ....
आखिर में …हालत कर देती हैं
फ़कीर” की तरह !!
दुनिया मै दो हि ऐसे लोग है जिन्हे औरते ध्यान
से सुनती है और ईमानदारी से उन का कहना भी
मानती है.. एक दर्जी और दूसरा फोटोग्राफर
बाकी तो वो किसी के बाप की भी नही
सुनती.....😋
😛
एक वो दिन थे, जब नारी के वस्त्र हरण के कारण
महाभारत हुआ था,
और एक ये दिन है जब किसी नारी को पूरे वस्त्र
पहनने को बोल दो तो महाभारत हो जाती है ।।
आती हैं “हीर” की तरह,
लगती हैं “खीर” की तरह,
फिर चुभती हैं “तीर” की तरह,
और ....
आखिर में …हालत कर देती हैं
फ़कीर” की तरह !!
दुनिया मै दो हि ऐसे लोग है जिन्हे औरते ध्यान
से सुनती है और ईमानदारी से उन का कहना भी
मानती है.. एक दर्जी और दूसरा फोटोग्राफर
बाकी तो वो किसी के बाप की भी नही
सुनती.....😋
😛
एक वो दिन थे, जब नारी के वस्त्र हरण के कारण
महाभारत हुआ था,
और एक ये दिन है जब किसी नारी को पूरे वस्त्र
पहनने को बोल दो तो महाभारत हो जाती है ।।
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