अकबर के पास एक 12 इंच का छोटा सा प्यारा सा नाज़ुक सा घोड़ा था।
बीरबल : - जहाँपनाह ये घोड़ा आपको कहाँ से मिला ?
अकबर : - पास के जंगल में एक फ़कीर बाबा आए हैं उन्होंने दिया ।
उन बाबा से सच्चे दिल से जो मांगों वो देते हैं।
बीरबल : तो फिर मै भी जाऊंगा बाबा के पास ।
अकबर : हाँ जाओ, पर ख्याल रहे बाबा जी बस एक ही मुराद पूरी करते हैं और उनका कान ख़राब है थोड़ा ऊँचा सुनते हैं ।
बीरबल बाबा जी के पास जाकर उनसे एक बोरी हीरा मांगते हैं
लेकिन जब घर आकर बोरी खोलते हैं तो उस बोरी में से जीरा निकलता है।
बीरबल जोर से चिल्लाता है के बाबा से हीरा माँगा जीरा दे दिया
अकबर : मैंने तो तुजसे पहले ही कहा था बाबा ऊँचा सुनते हैं
और तूने क्या सोचा की मैंने बाबा से 12 इंच का घोड़ा माँगा था
बीरबल : - जहाँपनाह ये घोड़ा आपको कहाँ से मिला ?
अकबर : - पास के जंगल में एक फ़कीर बाबा आए हैं उन्होंने दिया ।
उन बाबा से सच्चे दिल से जो मांगों वो देते हैं।
बीरबल : तो फिर मै भी जाऊंगा बाबा के पास ।
अकबर : हाँ जाओ, पर ख्याल रहे बाबा जी बस एक ही मुराद पूरी करते हैं और उनका कान ख़राब है थोड़ा ऊँचा सुनते हैं ।
बीरबल बाबा जी के पास जाकर उनसे एक बोरी हीरा मांगते हैं
लेकिन जब घर आकर बोरी खोलते हैं तो उस बोरी में से जीरा निकलता है।
बीरबल जोर से चिल्लाता है के बाबा से हीरा माँगा जीरा दे दिया
अकबर : मैंने तो तुजसे पहले ही कहा था बाबा ऊँचा सुनते हैं
और तूने क्या सोचा की मैंने बाबा से 12 इंच का घोड़ा माँगा था
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