जाटनी-ओ जी आपनै मैं कितनी अाच्छी लागू सूं।
जाट- बहोत घनी।
जाटनी- फेर भी कितनी?
जाट- कह दी ना .. घनी ए।
जाटनी- बता दे कितनी ! ना त देख लिए ... रोटी ना मिलैंगी।
जाट- ओ भागवान ! तू मनै इतनी अच्छी लागै सै ... इतनी अच्छी लागै सै .. अक इसा जी करै सै के तेरे जिसी एक और लियाऊँ ।।।
Jatni behosh jaat rocks......
जाट- बहोत घनी।
जाटनी- फेर भी कितनी?
जाट- कह दी ना .. घनी ए।
जाटनी- बता दे कितनी ! ना त देख लिए ... रोटी ना मिलैंगी।
जाट- ओ भागवान ! तू मनै इतनी अच्छी लागै सै ... इतनी अच्छी लागै सै .. अक इसा जी करै सै के तेरे जिसी एक और लियाऊँ ।।।
Jatni behosh jaat rocks......
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